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उत्तरकाशी टनल में फंसे झारऱखंड के श्रमिकों को ये सुविधा दे रही हेमंत सरकार, तैनात हैं अधिकारी

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द फॉलोअप डेस्क 
उत्तरकाशी के सिल्क्यारा टनल में फंसे मजदूरों के परिजन उत्तरकाशी पहुंचने लगे हैं। झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार मजदूरों के परिजनों को यहां हर संभव सुविधा दे रही है। खुद सीएम सोरेन इस पर नजर बनाये हुए हैं। सीएम के आदेश पर यहां मजदूरों के परिजनों को टोपी, कंबल, जैकेट और अन्य चीजें दी गयी हैं। साथ ही उनके रहने और खाने का प्रबंध सीएम हेमंत के आदेश पर किया गया है। मजदूरों के परिजनों को किसी तरह असुविधा न हो इसका खास ख्याल रखा जा रहा है। उत्तरकाशी में तैनात झारखंड के अधिकारी मजदूरों के परिजन से लगातार संपर्क बनाये हुए हैं। खबर है कि टनल में फंसे मजदूरों से परिजनों की बात भी करायी गयी है। बता दें कि टनल में फंसे झारखंड सभी 15 मजदूर सुरक्षित हैं। 

इन अफसरों को भेजा गया है उत्तरकाशी 
सीएम हेमंत के आदेश पर झारखंड से अधिकारियों के एक दल को मजदूरों का हाल जानने के लिए सप्ताह भर पहले उत्तरकाशी भेजा गया है। मिली खबर के मुताबिक इन अधिकारियों में संयुक्त श्रम आयुक्त सह अपर निबंधक राकेश प्रसाद, संयुक्त श्रम आयुक्त धनंजय कुमार के अलावे अन्य़ कुछ अधिकारी शामिल हैं। बता दें कि टनल में फंसे मजदूरों में से तीन खूंटी के, तीन रांची के, दो गिरिडीह के और तीन प सिंहभूम के निवासी हैं। इन मजदूरों की पुष्टि अब तक अधिकारियों और परिजनों के द्वारा हो चुकी है। इन जिलों के उपायुक्त झारखंड में भी इन मजदूरों के परिजन से लगातार संपर्क बनाये हुए हैं। इसके अलावा प्रवासी नियंत्रण कक्ष के अधिकारी भी मजदूरों के परिजन से बातचीत कर रहे हैं।   

15 दिनों से टनल में फंसे हैं मजदूर  
उत्तरकाशी टनल में फंसे 41 श्रमिकों की जिंदगी बचाने के लिए बचाव अभियान चल रहा है। पिछले 15 दिनों से टनल के अंदर फंसे श्रमिकों का स्वास्थ्य ठीक है। लगातार पाइप के जरिए श्रमिकों को खाना पहुंचाया जा रहा है। उम्मीद की जा रही है सभी मजदूर सकुशल बाहर आ जाएंगे। खोज बचाव टीम से जुड़ी एजेंसियां अब वर्टिकल ड्रिलिंग पर विचार कर रही है। इस बाबत एक अमह मीटिंग भी की गयी है। इसमें वर्टिकल ड्रिलिंग शुरुआत करने पर विचार किया गया है। ओएनजीसी, एसजीवीएनएल व बीआरओ अब वर्टिकल ड्रिलिंग की तैयारी में है। वर्टिकल ड्रिलिंग के लिए घटना स्थल तक सड़क बनायी गयी है।